आयातित खाद्वय तेलों के भाव में गिरावट से सरसों भाव में मंदी, आवक हुई स्थिर जानें सरसों मंडी भाव रिपोर्ट
Sarso Ka Bhav Today 01 November 2023: नमस्कार साथियों जैसा की बीते दिन यानि मंगलवार को आयातित खाद्वय तेलों के दाम कमजोर होने के कारण घरेलू बाजार में सरसों भाव घट गए। जहा राजस्थान की प्रमुख मंडी जयपुर में कंडीशन सरसों के भाव 50 रुपये कमजोर होकर कीमत 5,975 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक पांच लाख बोरियों के पूर्व स्तर पर स्थिर बनी रही।
विश्व बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में गिरावट आई है। मलेशियाई पाम तेल की कीमतों में लगातार दूसरे दिन डेढ़ फीसदी से ज्यादा का मंदा आया है, साथ ही इस दौरान शिकागो में सोया तेल के दाम भी कमज़ोर हो गए। घरेलू बाजार में बीते दिन मंगलवार को सरसों तेल की कीमतों में लगातार पांच दिनों की तेजी के बाद गिरावट दर्ज की गई, जबकि इस दौरान सरसों खल के भाव भी कमजोर हुए। ब्रांडेड तेल मिलों ने सरसों की खरीद कीमतों में 50 से 75 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती की।
जानकारों के अनुसार उत्पादक राज्यों की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक आज स्थिर बनी रही, तथा उत्पादक राज्यों में किसानों एवं स्टॉकिस्टों के बकाया स्टॉक को देखते हुए अभी इसकी दैनिक आवक बराबर बनी रहने का अनुमान है। हालांकि त्योहार के साथ ही ब्याह, शादियों के सीजन के कारण सरसों तेल में खपत राज्यों की मांग अभी बनी रहेगी, लेकिन इसकी कीमतों में तेजी, मंदी आयातित खाद्वय तेलों के दाम पर ही निर्भर करेगी।
बढ़ते भंडार और डालियान वायदा में दाम कमजोर होने की चिंता के कारण मलेशियाई पाम तेल वायदा आज लगातार दूसरे सत्र में कमजोर हो गया। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (बीएमडी) पर जनवरी डिलीवरी के पाम तेल के वायदा अनुबंध में 59 रिंगिट यानी की 1.6 फीसदी की गिरावट आकर भाव 3,679 रिंगिट प्रति टन पर बंद हुए। इस दौरान शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड पर सोया तेल की कीमतें 0.6 फीसदी कमजोर हो गई।
डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध 1.2 फीसदी कमजोर हो गया, साथ ही इसका पाम तेल वायदा अनुबंध भी 2.5 फीसदी घट गया। मलेशियाई पाम तेल वायदा अनुबंध में लगातार दूसरे महीने गिरावट दर्ज की गई तथा अक्टूबर में इसके भाव में 2.4 फीसदी का मंदा आया।
जानकारों के अनुसार चीन में आर्थिक संकट के बीच
डालियान पर भाव कमजोर होने का असर पाम वायदा पर भी देखा गया। निर्यात में बढ़ोतरी के बावजूद भी उत्पादन अधिक होने से स्टॉक बढ़ने का अनुमान है, जिससे कीमतों पर दबाव बना है। पिछले सप्ताह बारिश होने के बावजूद भी अमेरिकी सोयाबीन की कटाई लगातार बढ़ रही है।
अत: कटाई में तेजी आने से तिलहन और सोया तेल सहित
इसके उत्पादों की आपूर्ति को बढ़ावा मिलने की संभावना है। जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमतों में मंगलवार को लगातार पांच दिनों की तेजी के बाद घट गई। इस दौरान कच्ची घानी तेल के भाव 10 रुपये कमजोर होकर दाम 1,084 रुपये प्रति 10 किलो रह गए, जबकि एक्सपेलर तेल के दाम भी 10 रुपये घटकर भाव 1,074 रुपये प्रति 10 किलो रह गए।
जयपुर में बीते दिन यानि मंगलवार को सरसों खल के दाम 15 रुपये कमजोर होकर भाव 3,035 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक पांच लाख बोरियों की ही हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में भी आवक इतनी ही बोरियों की ही हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 2.50 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 60 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 50 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 20 हजार बोरी तथा गुजरात में 30 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 90 हजार बोरियों की आवक हुई।
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